सर्दी ज़ुकाम के कितने नाम हो गए डर डर के जीने के सामान हो गए। सर्दी ज़ुकाम के कितने नाम हो गए डर डर के जीने के सामान हो गए।
अलाव की आग भी बुझी-बुझीसी रहती है... अलाव की आग भी बुझी-बुझीसी रहती है...
बरबस इश्क़ पे उम्र का तक़ाज़ा नही 'हम्द', बेशक़ आफ़ताबी है इसका रोमांच। बरबस इश्क़ पे उम्र का तक़ाज़ा नही 'हम्द', बेशक़ आफ़ताबी है इसका रोमांच।
ठंडी से थी तबीयत नासाज फिर भी आइसक्रीम खाई आज। ठंडी से थी तबीयत नासाज फिर भी आइसक्रीम खाई आज।
पल रहा होता एक तूफान है एक बोझ के तले दब जाते हो पल रहा होता एक तूफान है एक बोझ के तले दब जाते हो
और प्रतिदिन दिनचर्या में शामिल कीजिये योग। और प्रतिदिन दिनचर्या में शामिल कीजिये योग।